अपने अन्दर की लड़ाई को ख़त्म करें stop fighting with yourself Hindi article

अपने अन्दर की लड़ाई को ख़त्म करें

Stop fighting with yourself Hindi article

अपने अन्दर की लड़ाई को ख़त्म करें stop fighting with yourself Hindi article

अपने अन्दर की लड़ाई को ख़त्म करें stop fighting with yourself Hindi article

Hi friends…

इस दुनिया में जितने भी लोग हैं जैसे भी हैं, जो भी हैं। उन सब के अन्दर एक लड़ाई चल रही होती है, एक बाहर। इस लड़ाई को जीतने के लिए हमें सोचना होगा कि कौन सी लड़ाई हमें पहले खत्म करनी है।

बाहर जो लड़ाई चलती है वो या तो Success के लिए हम रात दिन मेहनत कर रहे होते है, कुछ बनना चाहते हैं। एक लड़ाई दोस्तों और रिश्तेदारों या किसी और से चल रही होती है…. उसने मुझे ये बोला उसने मुझसे ये कह दिया मैं उसे माफ़ नहीं कर सकता… इस Type की भी लड़ाइयाँ चलती रहती हैं।

ये सारी लड़ाइयाँ जो हमें लगता है कि बाहर चल अगर आप ध्यान से से सोचें तो ये सारी लड़ाईयाँ सिर्फ हमारे अन्दर ही चल रही होती हैं। इन सारी लड़ाइयों का Solution भी हमारे अन्दर ही छिपा है, अगर ये लड़ाई हम जीत लें तो कोई हमें हरा नहीं सकता।

दोस्तों…जब हम कुछ बनना चाहते हैं, तब हम अपने काम में ध्यान क्यों नहीं लगा पाते…क्योंकि हमें अन्दर ही अन्दर एक डर सताता है…पता नहीं मेरा काम होगा या नहीं होगा। सब मेरे बारे में क्या सोचेंगे। कुछ अलग और Impossible सा काम करना हो तब ये डर और भी बढ़ जाता है। ये सभी का Problem है। ये डर सबके अन्दर होता है और कुछ हद तक Natural होता है।

लेकिन, ऐसा नहीं है कि इस डर को ख़त्म नहीं किया जा सकता। जब आप बाहर Solution ढूढ़ेंगे, तो आपका डर और भी बढ़ जाएगा। क्योंकि, लोगों को जो सोचना है, बोलना है उस पर हम Control नहीं कर सकते, अगर हमने ऐसा किया तो सारी जिन्दगी हमारे अन्दर और बाहर दोनों तरफ लड़ाई चलती रहेगी।

अब हमें करना क्या है हमें सिर्फ अपने बारे में सोचना है। सबसे पहले तो अपने आप को Accept करना है। Accept करने का मतलब ये नहीं कि आप सही हैं या गलत; सब सही है, अपनी गलती दूसरों पर थोप दें; Accept का मतलब है जब आप सही हों तब भी आप शांत हों और जब भी आप गलत हों, अपने आप को और अपनी गलती को Accept करके गलती को सुधारने की कोशिश करें।

“अगर आप कभी भी गलत नहीं है हमेशा सही हैं तो आप किसी और को नहीं अपनेआपको धोका दे रहे हैं”

 

अपने ऊपर भरोसा रखें

अगर आप इस लड़ाई को जीतना चाहते हैं तो अपने ऊपर और अपने काम के ऊपर भरोसा रखें। अपने काम में १००% मेहनत करें। अगर आप दूसरों के बारे में सोचते रहेंगे। तो आप अपने काम पर Focus नहीं कर पायेंगे। लोग कुछ दिन तक बोलते है, मगर जब आप रुकते नहीं तो वो आपके साथ चलना Start कर देते हैं। अपने अन्दर से हार और जीत का डर हटा दें।

 

हमें क्या सोचना चाहिए

हमेशा यही सोचें कि अगर मैं जीता तो अच्छा है…अगर नहीं जीता…तब उससे भी ज्यादा कुछ अच्छा होगा।

ये सिर्फ अपने आप को बहलाने के लिए नहीं सोचना है, इसके पीछे एक बहुत बड़ा Logic है वो ये है… मेहनत कभी किसी की बर्बाद नहीं जाती अगर यहाँ सफल नहीं भी हो पाए, तो कुछ न कुछ अच्छा जरुर होगा बशर्ते हम कोई गलत काम न करें, नहीं रुकें।

 

सबको साथ लेकर चलना जरुरी नहीं

आपको सबके बारे में अच्छा सोचना है और किसी के साथ कुछ गलत नहीं करना है । जितना हो सके दोस्तों रिश्तेदारों जिन्हें मदद की जरुरत है और आप इस लायक है किआप उनकी मदद कर सकते है, तो आप बिना किसी स्वार्थ के जरुर कीजिये।

लेकिन उसके बाद भी वो आपकी हर बात मानेंगे आपकी तारीफ करेंगे ऐसा जरुरी नहीं है।

कुछ लोग हमेशा आपके साथ चलेंगे आपको Appreciate करेंगे… कुछ लोग आपसे दूर भागेंगे। उन्हें आपकी बात अच्छी नहीं लगेगी।आपको सिर्फ अपने आप में सही रहना है।

किसी ने कुछ कह दिया बात ख़त्म हो गयी मगर आपके अन्दर वो लड़ाई अभी तक चल रही है। ये सामने वाले को  नहीं आपको ही नुक्सान पहुंचाती है। इस लड़ाई को अपने अन्दर  बहुत ही जल्द ख़त्म कर दें। आप चाहें तो सामने वाले से बात न करें। मगर अपने अन्दर से नफरत को निकाल दें और इस तरह निकालें कि जब उसको आपकी मदद की जरुरत हो, आप कर दें।

अगर आप सबको साथ लेकर चलना चाहेंगे, तो शायद ये Possible नहीं है। सबके विचार मिलना संभव नहीं हैइसलिए स्वीकार कर लें; किसी से झगड़ा करना भी जरुरी नहीं है और सबको साथ लेकर चकना भी जरुरी नहीं है.

 

खुद को माफ़ कर दें

अगर आपसे कोई गलती हुई है तो उसके लिये अन्दर ही अन्दर खुद से लड़ना बंद कर दें। गलतियाँ इंसान से ही होती है। खुद के बारे में बुरा न सोचें… मैं एक अच्छा इन्सान नहीं हूँ…

जो भी गलती हुई हो, उसे सुधारने की कोशिश करें, सुधर नहीं सकती तो उसे भूल जाएँ और कोशिश करें दुबारा न हो। कोई भी इंसान अच्छा बुरा नहीं होता, हर इंसान किसी की नजर में अच्छा और किसी की नज़र में बुरा हो सकता है, इसलिए खुद को माफ़ कर दें.

 

Friends इन कुछ Topics पर मैंने बात की है अपने अन्दर की लड़ाई को ख़त्म करने के लिए…”अपने अन्दर की लड़ाई को ख़त्म करें stop fighting with yourself Hindi article’। मुझे पूरा विश्वास अगर इंसान के अन्दर की लड़ाई ख़त्म हो जाए तो बाहर उसे कोई नहीं हरा सकता।

 

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Comments

  1. Your all posts are very nice.

  2. very nice post sir

  3. Very nice post. सुखी रहने के लिए अपने अन्दर की लड़ाई को समाप्त करना बहुत जरूरी है .

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