सखि वे मुझसे कहकर जाते । मैथलीशरण गुप्त । Sakhi ve mujhse keh kar jaate

सखि वे मुझसे कहकर जाते । मैथलीशरण गुप्त ।  Sakhi ve mujhse keh kar jaate दोस्तों हम सभी ने ये कहानी सुनी है  कि गौतम बुद्ध एक बार ज्ञान प्राप्त करने के लिए रात्रि के समय अचानक अपना घर छोड़कर चले … [Read more...]

बहुत अजीब हूँ मैं हिंदी कविता । Hindi Poetry on understanding myself

बहुत अजीब हूँ मैं हिंदी कविता । Hindi Poetry on understanding myself   कभी-कभी लगता है मैं कुछ अजीब सी हूँ  इस अजीब होने से भी ज़्यादा अजीब है  वो अजीबपन जो कभी मुझे अच्छा लगता … [Read more...]

न जाने क्यूँ….कभी कभी अपनी परछाइयों से भी डर लगता है । Sad Hindi Poem

न जाने क्यूँ....कभी कभी अपनी परछाइयों से भी डर लगता है । Sad Hindi Poem   न जाने क्यूँ.... कभी कभी अपनी परछाइयों से भी डर लगता है जब ये अपनी बड़ी- बड़ी आँखों से मुझे घूरती … [Read more...]

वो नौ महीने हिंदी कविता । Heart touching Hindi Poetry on Pregnancy Experience । Dolafz

वो नौ महीने । Heart touching Hindi Poetry on Pregnancy Experience । Dolafz   जब एक स्त्री गर्भवती होती है। तब उसे कुछ अलग अनुभव होते हैं जिनकी व्याख्या शब्दों में शायद सम्भव नहीं है … [Read more...]

गणतंत्र दिवस  की शुभकामनाएँ । कुछ दिल से । Republic day special Article

गणतंत्र दिवस  की शुभकामनाएँ । कुछ दिल से । Republic day special Article दोस्तों आप सभी को गणतंत्र दिवस  की बहुत- बहुत शुभकामनाएँ  हमारा देश 15 अगस्त 1947 को अंग्रेज़ों से स्वतंत्र  हो गया था … [Read more...]

अहमद फ़राज़ की ग़ज़लें । Ahmad Faraz Ki behtareen Gazal । dolafz

अहमद फ़राज़ की ग़ज़लें । Ahmad Faraz Ki behtareen Gazal । dolafz 1:  सुना है लोग उसे आँख भर के देखते हैं सो उस के शहर में कुछ दिन ठहर के देखते हैं सुना है रब्त है उस को … [Read more...]