ग़रीबी से मरना उतना बुरा नहीं है हिंदी कविता । heart touching Sad Hindi Poem

ग़रीबी से मरना उतना बुरा नहीं है हिंदी कविता । heart touching Sad Hindi Poem   ग़रीबी से मरना उतना बुरा नहीं है  जितना किसी का जीते जी मर जाना    किसी का क़त्ल कर देना … [Read more...]

बहुत अजीब हूँ मैं हिंदी कविता । Hindi Poetry on understanding myself

बहुत अजीब हूँ मैं हिंदी कविता । Hindi Poetry on understanding myself   कभी-कभी लगता है मैं कुछ अजीब सी हूँ  इस अजीब होने से भी ज़्यादा अजीब है  वो अजीबपन जो कभी मुझे अच्छा लगता … [Read more...]

न जाने क्यूँ….कभी कभी अपनी परछाइयों से भी डर लगता है । Sad Hindi Poem

न जाने क्यूँ....कभी कभी अपनी परछाइयों से भी डर लगता है । Sad Hindi Poem   न जाने क्यूँ.... कभी कभी अपनी परछाइयों से भी डर लगता है जब ये अपनी बड़ी- बड़ी आँखों से मुझे घूरती … [Read more...]