गुस्सा और क्रोध कम करने के उपाय
How to Control anger in Hindi
Hi Friends
आज हम जिस विषय पर बात करेंगे वह है क्रोध। हम में से हर एक इंसान को क्रोध आता है, किसी को कम तो किसी को ज्यादा। कई बार तो हम समझ भी नहीं पाते कि आखिर क्यों हमें क्रोध आ रहा है। हम हमेशा यही सोचते हैं कि परिस्थितियों की वजह से हमें क्रोध आ रहा है। इसमें हम कर ही क्या सकते हैं, सामने वाले ने पहले ऐसा किया, इसलिए मुझे क्रोध आया।
जब भी हम इस तरीके से सोचना शुरू कर देते हैं। तब और भी हमारा अपने ऊपर से Control ख़त्म हो जाता है। क्रोध करना हमारी एक आदत बन जाती है। पहले बड़ी बड़ी बातों पर फिर छोटी- छोटी बातों पर। धीरे ये आदत हमारे ऊपर इतनी हावी हो जाती है कि हम हर इंसान की सही बात का भी गलत मतलब निकाल लेते हैं। हमेशा दूसरों की गलतियाँ निकाल-निकालकर सारा दिन क्रोध करते हैं।
Friends ये बात तो हममें से सभी जानते हैं कि क्रोध करना हमारी Health के लिए अच्छा नहीं है, इससे सिर्फ नुकसान के अलावा कोई फायदा नहीं है। क्या कभी भी ऐसा हुआ है कि क्रोध करके परिस्थितियां या लोग हमारे Control में आ गये हों। कुछ देर के लिए ऐसा हो सकता है पर ऐसा करके आपकी Mental health का क्या होगा. आपके अन्दर Peace ख़त्म हो जाएगी।
क्रोध आने का कारण—-
अक्सर लोग अपने क्रोध का कारण या तो सामने वाले का गलत व्यवहार या परिस्थितियों को मानते हैं। जैसे कि मैं क्या करता, वह मेरे साथ बुरा व्यवहार कर रहा था। मैं बहुत देर तक चुप रहा। वह नहीं माना तो मैंने भी उसके साथ वैसा ही व्यवहार किया जैसा उसने मेरे साथ किया।
इसका परिणाम क्या हुआ, बात ख़त्म होने की जगह और बढ़ गयी सारा परिवार उस झगड़े में शामिल हो गया। नौबत यहाँ तक आ गई कि पुलिस तक बात पहुँच जाती है।
अब यहाँ वक़्त और शांति किसकी भंग हो रही है। इस Situation में हमें जानना होगा कि क्रोध आने का कारण उसका गलत व्यवहार नहीं हमारे धीरज का समाप्त होना था। धेर्य के ख़त्म होते ही हमने वैसी ही प्रतिक्रिया की।
क्रोध से बचने के उपाय—-
क्रोध से बचने के लिए हमें ये सोचना चाहिए कि कुछ परिस्थितियों पर और लोगों पर हमारा कोई कण्ट्रोल नहीं है। जो जैसा है उसे वैसा ही रहने दें। हर वक़्त सही गलत का फैसला करने की आपको जरुरत नहीं है। आपको किसी भी इंसान को सुधारने की जरुरत नहीं है।
ऐसा नहीं है कि आपको कुछ कहना नहीं है, आपको सिर्फ बिना क्रोध किये अपना सुझाव देना चाहिए। मानने या न मानने का पूरा अधिकार सामने वाले के पास है।
जब हम खुद शांत रहते हैं, तो हमारे आसपास के लोग खुद Change होने लगते हैं।
इस दुनिया में अलग- स्वभाव के लोग हैं। कुछ लोग Positive होते हैं, कुछ Negative होते हैं। अगर हमारे पास धेर्य और सहनशीलता है तो ऐसे लोगों का हमारे ऊपर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
Friends ये पोस्ट Share करने का मेरा सिर्फ एक ही मकसद है कि चाहे घर हो या Office जो लोग सबको अपने हिसाब से चलाने के लिए Anger का सहारा लेते हैं, वो जाने अनजाने खुद अपना ही नुकसान करते हैं. पैसे हम कितने भी कमा लें अगर हमारे जीवन में क्रोध, अशांति है तो हम कभी खुश नहीं रह सकते.
Bahut he accha article hai
Thank you…