मुकम्मल हो जायें सारी खुशियाँ The best inspirational hindi poem

मुकम्मल हो जायें सारी खुशियाँ

The best inspirational hindi poem

मुकम्मल हो जायें सारी खुशियाँ The best inspirational hindi poem

मुकम्मल हो जायें सारी खुशियाँ The best inspirational hindi poem

मुकम्मल हो जायें सारी खुशियाँ ज़रूरी तो नहीं है

कहीं ये कमीं है तो कहीं वो कमीं हैं

पूरी हो जाएँ सारी कमियां  ज़रूरी तो नहीं है

 

जरा सी छाँव बहुत है धूप से बचने खातिर

मिल जाए सारा आसमां ज़रूरी तो नहीं है

 

गर रौशनी ही चाहिये  तो चाँद भी  बहुत है

सूरज के साथ जलना ज़रूरी तो नहीं  है

 

रास्ते में ही तेरी मंजिल छिपी हो शायद

मंजिल के लिए भटकना ज़रूरी तो नहीं है

 

खुश रहना गर चाहो तो वजहें बहुत है

हर दुःख पे दुखी हों  ज़रूरी तो नहीं है

 

एक मुद्दत हुई मुस्कुराये हुए तुमको

नाकामियों का मातम ज़रूरी तो नहीं है

 

हार के बाद जीत और जीत के बाद हार

हार और जीत में फंस जाना ज़रूरी तो नहीं है

 

इस कविता का विडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें 

 

 

FOR VISIT MY YOU TUBE CHANNEL

CLICK HERE

 

Friends अगर आपको ये Post “मुकम्मल हो जायें सारी खुशियाँ The best inspirational hindi poem” पसंद आई हो तो आप इसे Share कर सकते हैं.

कृपया Comment के माध्यम से हमें बतायें आपको ये पोस्ट ‘मुकम्मल हो जायें सारी खुशियाँ The best inspirational hindi poem’ कैसी लगी.

 

Must read

कहीं तो होगा हिंदी कविता

ये मेरे देश की नारी हिंदी कविता 

क्या सबब है कि कुछ हिंदी कविता 

DoLafz की नयी पोस्ट ईमेल में प्राप्त करने के लिए Sign Up करें

Comments

  1. बहुत ही बढ़िया article है। …. Thanks for sharing this!! 🙂 🙂

  2. Hi
    Apkey sabdoon main jindagi ki asliyaat Bataan Hoti Haan
    Great

  3. priyanka talekar says:

    u r always wonderfull with ur words….. very touchy n soulfull lines

Speak Your Mind

*