कैसे कहुँ कि प्रेम क्या है प्रेम पर हिन्दी कविता Love Hindi Poem भटकने से मंजिल नहीं मिलती ठहरने से रास्ते नहीं कटते "प्रेम" कैसे कहुँ,-कि प्रेम क्या है ? सिवाय बदनामी के - इस प्रेम में … [Read more...]
स्त्री पुरुष मित्रता हिन्दी कविता Hindi poem on men and woman friendship
स्त्री पुरुष मित्रता हिन्दी कविता Hindi poem on men and woman friendship चलो आज मान ही लेती हूँ नहीं हो सकती कभी भी, स्त्री पुरूष में स्वस्थ मैत्री - इन संबधों में, हमेशा आ … [Read more...]
दुनिया कहाँ से कहाँ निकल गई Hindi Poems | Kavita | Famous Poetry in Hindi हिंदी शायरी
दुनिया कहाँ से कहाँ निकल गई Hindi Poems | Kavita | Famous Poetry in Hindi हिंदी शायरी दुनिया कहाँ से कहाँ निकल गई मैं आज भी वहीं का वहीं खड़ा हूँ परिवर्तन ही प्रकृति का नियम है फिर भी … [Read more...]
मैंने चाहा था चलना आसमानों पे हिंदी कविता Hindi Poetry for courage
मैंने चाहा था चलना आसमानों पे हिंदी कविता Hindi Poetry for courage मैंने चाहा था चलना आसमानों पे मगर चाँद ने रास्ता रोक लिया, मंज़िल के आने से पहले रास्ते में मुझको टोक … [Read more...]
राहे मोहब्बत में मंजिल की तलाश ना कर Love Hindi poetry
राहे मोहब्बत में मंजिल की तलाश ना कर Love Hindi poetry राहे मोहब्बत में, मंजिल की तलाश ना कर दिल टूट जाये तेरा, इतना भी एतियात ना कर दर्द कहीं नासूर बन ना जाये तेरा ऐसी … [Read more...]
ये उलझन क्यूँ बढ़ती जाती है The best hindi Sad shayari
ये उलझन क्यूँ बढ़ती जाती है The best Hindi Sad shayari ये उलझन क्यूँ, बढ़ती जाती है साँस बस आती है बस चली जाती है धड़कन बस चल रही है रुकी रुकी सी हैं राहें दबी दबी सी हैं … [Read more...]