न जाने क्या है इस खामोशी का सबब ।। Hindi poetry on Silence

न जाने क्या है इस खामोशी का सबब  Hindi poetry on Silence न जाने क्या है इस खामोशी का सबब बस यही अच्छी लगने लगी है अब   खामोश सी आँखे खामोश मुलाकातें बस यही बोलती रहती हैं … [Read more...]