न जाने क्यूँ....कभी कभी अपनी परछाइयों से भी डर लगता है । Sad Hindi Poem न जाने क्यूँ.... कभी कभी अपनी परछाइयों से भी डर लगता है जब ये अपनी बड़ी- बड़ी आँखों से मुझे घूरती … [Read more...]
न जाने क्यूँ….कभी कभी अपनी परछाइयों से भी डर लगता है । Sad Hindi Poem
best Emotional Hindi । Poetry आज अचानक बैठे आया मुझे याद
best Emotional Hindi Poetry आज अचानक बैठे आया मुझे याद आज अचानक बैठे आया मुझे याद मेरे दिल में भी रहते हैं जज़बात जब कोई ठंडी सी हवा चली तो आया मुझे याद मेरे दिल में भी छुपी है … [Read more...]
कभी कभी अपनी परछाई से भी डर लगता है Emotional Hindi Poetry on shadow
कभी कभी अपनी परछाई से भी डर लगता है Emotional Hindi Poetry shadow कभी कभी अपनी परछाई से भी डर लगता है मौत से भी ज्यादा जिन्दगी से डर लगता है सफर में आगे बढ़ तो रहे हैं हम तन्हाई से भी … [Read more...]
ये उलझन क्यूँ बढ़ती जाती है The best hindi Sad shayari
ये उलझन क्यूँ बढ़ती जाती है The best Hindi Sad shayari ये उलझन क्यूँ, बढ़ती जाती है साँस बस आती है बस चली जाती है धड़कन बस चल रही है रुकी रुकी सी हैं राहें दबी दबी सी हैं … [Read more...]
हमें दिल की लगी नहीं आती heart touching Hindi poem
हमें दिल की लगी नहीं आती heart touching Hindi poem हमें दिल की लगी नहीं आती चल कर कभी ख़ुशी नहीं आती प्यासे के पास पानी का आना नहीं मुमकिन मौत के बाद जिन्दगी नहीं … [Read more...]