भीड़ में भीड़ से और तन्हाई में खुद भागते हैं हम हिंदी कविता Hindi Poetry on Give up

भीड़ में भीड़ से और, तन्हाई में खुद भागते हैं हम भरी दोपहर हो या आधी रात, नींद से चौक कर जागते है हम हैं यकीन नहीं आता इस झूठी सी जिंदगी पर सच सामने भी आए, तो उस सच को भी मापते हैं … [Read more...]