रूह के जाने के बाद Hindi Poetry on death

रूह के जाने के बाद Hindi Poetry on death रूह के जाने के बाद कुछ भी तो नहीं रहता ना आँखें देखती हैं, ना कान सुनते हैं ना जुबां बोलती है, ना कोई एहसास साथ होता है सब कुछ ख़त्म हो जाता … [Read more...]