क्या पता था हिंदी शायरी Emotional Hindi Shayari क्या पता था कि हक में सिर्फ फ़र्ज़ ही आयेंगे मोहब्बत बहुत सोच समझ कर तो नहीं की थी मैंने प्यार बेइंतेहा भी पड़ जाएगा कम ये चाहत नापतौल कर तो नहीं कि थी मैंने इस रास्ते में सिर्फ फूल ही मिलेंगे हमको शर्त ऐसी… Read More »
ये ख़ामोशी ये रात ये बेदिली का आलम Romantic Heart touching shayari
ये ख़ामोशी ये रात ये बेदिली का आलम Romantic Heart touching shayari ये ख़ामोशी ये रात ये बेदिली का आलम पूछती है हमसे तुम कब मिलोगी जानम मैं जबाब दूँ भी तो क्या और कहूँ भी तो क्या मुझे खुद को ही नहीं पता कि मुझे प्यार है तुझसे या है मेरा ही कोई… Read More »
कभी कभी अपनी परछाई से भी डर लगता है Emotional Hindi Poetry on shadow
कभी कभी अपनी परछाई से भी डर लगता है Emotional Hindi Poetry shadow कभी कभी अपनी परछाई से भी डर लगता है मौत से भी ज्यादा जिन्दगी से डर लगता है सफर में आगे बढ़ तो रहे हैं हम तन्हाई से भी ज्यादा भीड़ से डर लगता है हर कदम पे अपने ही करते हैं… Read More »
नहीं है मेरे अंदर ताकत नारी पर प्रेरणादायक हिंदी कविता संग्रह
नहीं है मेरे अंदर ताकत नारी पर प्रेरणादायक हिंदी कविता संग्रह नहीं है मेरे अंदर ताकत पर फिर भी उठा रही हूं सृष्टि को जीवन देने का वरदान कभी कभी अभिशाप बन डस लेता है मुझे तुम्हारे द्वारा रचे संसार में बस सिकुड़ती जा रही हूं मैं होती है चारो तरफ चर्चायें बडी बडी गोष्ठियां… Read More »
कैसे कहुँ कि प्रेम क्या है प्रेम पर हिन्दी कविता Love Hindi Poem
कैसे कहुँ कि प्रेम क्या है प्रेम पर हिन्दी कविता Love Hindi Poem भटकने से मंजिल नहीं मिलती ठहरने से रास्ते नहीं कटते “प्रेम” कैसे कहुँ,-कि प्रेम क्या है ? सिवाय बदनामी के – इस प्रेम में मिला क्या है अनचाहे बोझ को ढोना छिप छिप के अपनी कहीं बातों पे अकेले बैठकर घंटों रोना-… Read More »
राहे मोहब्बत में मंजिल की तलाश ना कर Love Hindi poetry
राहे मोहब्बत में मंजिल की तलाश ना कर Love Hindi poetry राहे मोहब्बत में, मंजिल की तलाश ना कर दिल टूट जाये तेरा, इतना भी एतियात ना कर दर्द कहीं नासूर बन ना जाये तेरा ऐसी कोई करामत ना कर उलझनों में उलझ के फँस जाए तू ऐसा कोई भी ऐतबार ना कर… Read More »
मैं रास्ता भटक जाती तो अच्छा था Best Hindi poetry on way
मैं रास्ता भटक जाती तो अच्छा था Best Hindi poetry on way मैं रास्ता भटक जाती तो अच्छा था मैं कुछ पल ठहर जाती तो अच्छा था मैं पानी की तरह बहती ही गयी-बहती ही गयी मैं दरिया बन जाती तो अच्छा था मैं औरों का कहा करती ही गई-करती ही गई मैं… Read More »
ये उलझन क्यूँ बढ़ती जाती है The best hindi Sad shayari
ये उलझन क्यूँ बढ़ती जाती है The best Hindi Sad shayari ये उलझन क्यूँ, बढ़ती जाती है साँस बस आती है बस चली जाती है धड़कन बस चल रही है रुकी रुकी सी हैं राहें दबी दबी सी हैं आहें मंजिलों की है तलाश किसको बस रास्ते बदल रहे हैं उलझन कुछ उलझी… Read More »
बेखबर, बेसबब, बेवजह जीना हिंदी शायरी Sad Hindi Poetry
बेखबर, बेसबब, बेवजह जीना हिंदी शायरी Sad Hindi Poetry बेखबर, बेसबब, बेवजह जीना अच्छा नहीं लगता अब कोई ख्वाव देखूँ सच्चा नहीं लगता रिश्ते, नाते निभाने का नाम जिन्दगी है पर क्यूँ अब कोई रिश्ता सच्चा नहीं लगता कब कौन क्या करेगा कुछ ख़बर नहीं कोई भी इन्सान अब अच्छा नहीं लगता मंहगी हो… Read More »
क्या सबब है कुछ फीका फीका सा है समां
क्या सबब है कुछ फीका फीका सा है समां Emotional Hindi Poetry क्या सबब है कुछ फीका-फीका सा है समां क्या वजह है कि कुछ रुका रुका सा है ये जहाँ ख्वावों में भी शायद तन्हाई है यहाँ-वहाँ दिल के अन्दर थम सा गया है आसमां दिन से रात, रात से दिन गिनते-गिनते… Read More »